जालंधर (अमन बग्गा): दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा एक सामाजिक प्रकल्प मंथन चलाया जा रहा है। जिसके अंर्तगत बिधीपुर आश्रम में हर रविवार को बच्चों के समर्पूण विकास के लिए बच्चों को अलग-अलग ढगों से वर्कशाप और कार्यशलाओं द्वारा समझाया जाता है। इस अवसर पर साध्वी त्रिनैना भारती जी ने बच्चों को अपनी प्रकृति को बचाने के लिए कुछ समझाते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण क्या है- कारखानों, वाहनों से निकलने वाला धुआं, तापमान का बढना, ग्लोबल वार्मिंग का होना। उन्होंने बच्चों को बताया कि वृक्ष हमारे लिए बहुत उपयोगी है लेकिन आज मनुष्य सब जानते हुए भी पेडों को अन्धाधुन कटाई कर रहा है। लेकिन आज हम इनकी कटाई जितनी तेजी से कर रहे है उतनी तेजी से हम अपनी जड़े भी काट रहे है।
हम यह भूल जाते है कि हमारा जीवन इन पर निर्भर है, यदि यह कट गए तो हमारा जीवन कैसे जीवत रहेगा। वृक्षों के काटने ने कारण आज भयंकर स्थिति उत्पन हो गई है, वायुमण्डल में प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई यह प्रदूषण मनुष्य के लिए हानिकारक हो गया है। पर्वतों से बर्फ भी इसी कारण लगातार पिघल रही है जिस से परल्य की स्थिति उत्पन हो सकती है। इसलिए हमें जलवायु परिवर्तन को रोकना होगा। ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने होगें। बिजली की और पानी की बचत करनी होगी। बच्चों को सवस्थ रहने के लिए गोगा औ प्राणायाम भी करवाए गए।