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साधु संतों महंतो की दुश्मन बनी कैप्टन सरकार, कांग्रेस के राज MLA राणा गुरजीत सिंह के गुंडे नवराज सिंह की गुंडागर्दी से साधु संत परेशान

-तलवारें लहरा कर 200 साल पुराने डेरे से साधु संतों को भगा कर 11 एकड़ जमीन पर किया कांग्रेसी गुंडों ने कब्जा, कपूरथला पुलिस बनी राणा गुरजीत के हाथों की कठपुतली

-साधु संतो की चेतावनी – हज़ारो साधु संत महंत कपूरथला व जालंधर समेत पंजाब भर के कांग्रेसी विधायको के घरों के बाहर करेंगे धरना प्रदर्शन, फूकेंगे कैप्टन के पुतले, 10 दिन का अल्टीमेटम

जालंधर (अमन बग्गा): जालन्धर प्रेस क्लब में आज साधु संतों महंतो ने प्रेस वार्ता की। इस मौके महामंडलेश्वर महंत गंगा दास जी और महंत बाबा राजकिशोर जी ने राणा गुरजीत व कांग्रेसी नेता नवराज सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि कपूरथला के कांजली रोड़ पर स्थित बाबा श्री चंद जी के डेरे की 11 एकड़ खेतेबाड़ी की जमीन व 200 वर्ष पुराना डेरा है। उन्होंने बताया कि राणा गुरजीत सिंह के गुंडे नवराज सिंह के साथ जमीन को लेकर डेरे के प्रमुख रहे स्वर्गीय किशन दास जी महाराज का कोर्ट में केस चल रहा था।

कई महीने पहले हाई कोर्ट ने डेरे के साधु संतों के हक में फैंसला सुनाया था। लेकिन डेरे पर गद्दीनशीन संत किशन दास महाराज के ब्रह्मलीन होने के बाद महंत गंगादास महंत केशव दास महंत बाबा राज किशोर आदि कई संतों की मौजूदगी में किशन दास महाराज की गद्दी पर संत वासुदेव दास महाराज को बिठाया गया था। ताकि ये डेरा पहले की तरह ही निरन्तर समाज सेवा व हिन्दू धर्म के लिए कार्य करता रहे।

संतों ने आरोप लगाया कि राणा गुरजीत सिंह के इशारों और शह पर पुलिस ने वासुदेवदास महाराज को झूठे केस में फंसाकर धारा 307 452 326 आदि आपराधिक धाराएं लगाकर जेल भेज दिया था ताकि वासुदेव दास महाराज से डेरा छीन लिया जाए। इतना ही नही एक और शर्मनाक बात ये रही कि वासुदेवदास दास महाराज को जेल भेजने के बाद पुलिस ने डेरे की चाबी साधु समाज को देने की बजाय नवराज सिंह को सौंप दी थी।

कुछ महीने पहले हिन्दू संत वासुदेवदास महाराज जमानत पर बाहर आये तो उन्होंने साधु समाज के साथ डेरे पर जाने का कार्यक्रम रखा था लेकिन हैरान करने वाली बात ये थी कि जब साधु समाज डेरे पर पहुंचा था तो पुलिस ने न तो उन्हें डेरे की चाबी दी उल्टा डेरे के अंदर राणा गुरजीत सिंह की शह पर गुंडागर्दी दिखाते हुए नवराज सिंह ओर उस के गुंडों ने तलवारें लहराते हुए साधु समाज को डरा धमकाकर भगा दिया था। उन्होंने बताया कि साधु संतों पर अत्याचार व धक्केशाही का ये घिनोना दुष्कृत्य होता रहा और कपूरथला पुलिस राणा गुरजीत सिंह के डर से मुक दर्शक बनी तमाशा देखती रही।

संतों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कैप्टन के राज में कांग्रेस के विधायक राणा गुरजीत सिंह द्वारा साधु संतों के साथ की जा रही धक्केशाही बेहद ही निंदनीय घटना है। उन्होंने बताया कि केप्टन सरकार साधु संतों महंतो की दुश्मन बन बैठी है। कांग्रेस के राज में साधु संत महंत परेशान है। वही सन्तों ने कहा कि पंजाब भर के हिन्दू समाज व हिन्दू संगठनों के लिए ये एक बड़ी चुनोती है। क्यों कि उन के होते हुए साधु समाज के साथ इतनी बड़ी धक्केशाही की जा रही है। अब देखना होगा कोन कौन से संगठन साधु समाज के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करते है।

वही दूसरी और राणा गुरजीत को भी सत्ता के अहंकार से बाहर आकर साधु संतों की जमीनें हड़पने जैसे घोर पाप से बचना चाहिए।साधु संतों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दस दिन में हमे इंसाफ नही मिला तो जल्द ही पंजाब हरियाणा हिमाचल जम्मू भर के आश्रमों व अखाड़ों के हज़ारो साधु संत महंत कपूरथला व जालंधर समेत पंजाब भर के विधायकों के घरों के बाहर धरना प्रदर्शन व कैप्टन सरकार का पुतला फूकेंगे।