– 30 किलोमीटर की ऊंचाई तक मिसाइल और ड्रोन को मार गिराएगी S-400 मिसाइल
– अब चीन और पाकिस्तान की खैर नही
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी के रूस दौरे के बाद भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है। दरअसल, भारत को रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की पहली खेप साल 2021 के मध्य तक प्राप्त हो जाएगी। रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव ने कहा कि एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली को पहले से तय समय के अनुसार भारत को सौंप दिया जाएगा। इस मिसाइल के खास बात ये है कि इस सिस्टम के बाद पाकिस्तान की गजनवी, शाहीन और हत्फ जैसी कोई भी मिसाईल भारत के आसमान को छू भी नहीं पाएगी।
बात करें एस-400 की तो ये मिसाइल मिनटों में दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकती है। पारंपरिक एयर डिफेंस एक ही टारगेट को निशाना बना पाती है जबकि एस-400 एक बार में 100 टारगेट पहचान सकता है। 36 टारगेट पर एक साथ निशाना लगा सकता है। 600 किलोमीटर की रेंज दुश्मन की मिसाइल को पहचान सकता है। 400 किलोमीटर दूर तक दुश्मन की मिसाइल को मार सकता है। 30 किलोमीटर की ऊंचाई तक मिसाइल और ड्रोन को गिरा सकता है। एस-400 अमेरिका के एयर डिफेंस सिस्टम थाड़ से भी ज्यादा घातक है।
बोरिसोव ने कहा कि अग्रिम भुगतान प्राप्त हो गया है और सबकुछ लगभग 18-19 महीनों के भीतर तय समय के अनुसार कर दिया जाएगा। पिछले महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मिलने के लिए मास्को गए थे।
उस दौरान ही दोनों देशों के विदेशमंत्रियों के बीच एस-400 को लेकर बातचीत हुई थी। इसके बाद हाल में ही पूर्वी आर्थिक मंच में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रूस का दौरा किया था। जिसमें रक्षा, उर्जा और व्यापार को लेकर कई समझौते हुए।