नई दिल्लीः रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रिजर्व बैंक ने सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि आचार्य ने कुछ समय पहले ही जानकारी दी थी कि वह 23 जुलाई से पद छोड़ना चाहते हैं। आचार्य ने कार्यकाल पूरा होने के करीब छह माह पहले ही पद को छोड़ दिया है।
आरबीआई ने एक बयान में कहा, विरल वी. आचार्य ने आरबीआई को एक पत्र प्रस्तुत किया है, जिसमें बताया गया है कि अपरिहार्य व्यक्तिगत परिस्थितियों के कारण वह 23 जुलाई, 2019 के बाद आरबीआई के डिप्टी गवर्नर के रूप में अपना कार्यकाल जारी रखने में असमर्थ हैं। हालांकि, आचार्य ने इस संबंध में कोई बयान नहीं दिया है।
अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए आरबीआई ने जून में रेपो दर में 25 बीपीएस की कटौती करते हुए 5.75 प्रतिशत कर दिया। आचार्य अब न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में फरवरी 2020 के बजाय इसी साल अगस्त में लौट जाएंगे। आचार्य के बाद आरबीआई में अब तीन डिप्टी गवर्नर-एन.एस. विश्वनाथन, बी.पी. कानूनगो और एम.के.जैन हैं।
यह करीब सात माह के भीतर दूसरी बार है जब आरबीआई के किसी उच्च अधिकारी ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही अपने पद को छोड़ दिया है। इससे पहले आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने दिसंबर में निजी कारण बताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।