चंडीगढ़ः पटियाला जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया ने बुधवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख किया और आशंका जताई कि उसे फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है। अदालत के समक्ष दाखिल एक याचिका में भगवानपुरिया ने अपने जीवन की सुरक्षा मांगी और मांग की कि उसे अमृतसर जेल स्थानांतरित किया जाए।
उसने यह भी स्पष्ट करने की कोशिश की है कि पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ उसका कोई संबंध नहीं है। भगवानपुरिया ने अपनी याचिका में कहा कि रंधावा और मजीठिया के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है और कुछ व्यक्तियों की राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उसका केवल इस्तेमाल किया जा रहा है।
भगवानपुरिया के वकील प्रदीप विर्क ने बताया कि न्यायमूर्ति हरनरेश सिंह गिल ने उसकी याचिका पर राज्य सरकार को एक नोटिस जारी किया है। न्यायालय ने सुनवाई की अगली तिथि 21 जनवरी तय की है। विर्क ने कहा कि मजीठिया ने भगवानपुरिया पर उसे जान से मारने की धमकी देने के आरोप भी लगाये थे। पिछले कुछ दिनों से भगवानपुरिया खबरों में है। मजीठिया और रंधावा दोनों ने एक-दूसरे पर गैंगस्टर के साथ संबंध होने के आरोप लगाए थे। विर्क ने कहा कि याचिकाकर्ता ने आशंका जताई है कि उसे फर्जी मुठभेड़ में मारा जा सकता है। वकील ने आरोप लगाया, जेल के कुछ अधिकारियों द्वारा उसे फर्जी मुठभेड़ में मारने के प्रयास किये जा रहे है या ऐसी भी आशंका है कि जेल में ही उसे मार दिया जाएगा।