You are currently viewing इंस्पेक्टर टिवाणा की अब आएगी अक्ल टिकाने, अवैध निर्माण करवाने में दीवाना इंस्पेक्टर टिवाणा सस्पेंड,टिवाणा के सताए शहरवासियों की जुबां पर बस एक ही बात- भर गया पाप का घड़ा

इंस्पेक्टर टिवाणा की अब आएगी अक्ल टिकाने, अवैध निर्माण करवाने में दीवाना इंस्पेक्टर टिवाणा सस्पेंड,टिवाणा के सताए शहरवासियों की जुबां पर बस एक ही बात- भर गया पाप का घड़ा

 

जालंधर(अमन बग्गा) भले कोई रिश्वतखोर हो भले कोई चोर हो भले कोई भृष्टाचारी हो या अत्याचारी हो उस का अंत बुरा ही होता है। ऐसे में पंजाब की बात करें तो रिश्वतखोरी का धंधा करने वाले सरकारी बाबू पैसों के लालच में जनता पर अंधाधुंध कहर बरसा रहे है। मगर जब ऐसे रिश्वत खोरों या फिर लापरवाह बाबुओं पर सरकार का कहर ढहता है तो अक्ल टिकाने आ जाती है।

अवैध निर्माण करवाने में निगम इंस्पेक्टर टिवाणा बेहद दीवाने ही नजर आते रहे है क्यों कि सरकार से तो मोटी तनख्वाह उन्हें अवैध निर्माण रोकने के लिए मिलती थी मगर उन की मेहरबानी ने उन के एरिया में अवैध निर्माणों की झड़िया लगा दी। अवैध निर्माण न रोकने के पीछे टिवाणा द्वारा आंखे मुंदने और लापरवाही के पीछे कौन सी मोटी डील होती थी ये तो उन की आय और सम्पति की जांच करके साफ हो सकता है। उन की मेहरबानी उन की लापरवाही थी या रिश्वत खोरी का गन्दा धंधा था।

 लेकिन कैप्टन सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर डाला । दरअसल वजह टिवाणा के सताए शहरवासी बोल रहे है कि टिवाणा के पापों का घड़ा भर गया था।

मगर आप को बता दें कि अक्सर विवादों में रहने वाले बिल्डिंग इंस्पेक्टर रुपिंदर सिंह टिवाना को पंजाब सरकार ने तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने की असल वजह येे हैै कि रुपिंदर सिंह टिवाना ने खुरला किंगरा रोड पर बन रही न्यू हैवन सैलून की अवैध इमारत के खिलाफ कार्रवाई नहीं की थी जिसकी शिकायत बार-बार निगम कमिश्नर के पास पहुंच रही थी।

निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा ने टिवाना की मनमर्जियां तथा लापरवाही की रिपोर्ट पंजाब सरकार को 18 मार्च को पत्र भेजकर टिवाना को सस्पेंड करने की सिफारिश की थी । जिसके बाद इस मामले की जांच करवाई गई जिसमें टिवाना दोषी पाया गया।

अंत् 23 अप्रैल को पंजाब सरकार ने निगम कमिश्नर जालंधर को पत्र जारी कर रुपिंदर सिंह टिवाना को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।

देखें आदेश की कापी