चंडीगढ़ः रविवार को खेत में खेलते समय 50 फुट गहरे बोरवेल में गिरी पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, बचाव कर्मियों द्वारा बाहर निकाले जाने के बाद उसे करनाल के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत लाया घोषित कर दिया। बच्ची 18 घंटे तक बोरवेल में फंसी रही। उन्होंने बताया कि जैसे ही उसके परिवार को बच्ची के लापता होने का पता चला उन्होंने उसे ढूंढ़ना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हें बोरवेल में उसके गिरने का शक हुआ।
अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस को घटना की जानकारी दी गई और बचाव अभियान शुरू किया गया। बाद में एनडीआरएफ को भी घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने बताया कि बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन पहुंचा दिया गया था। बच्ची का पता लगाने के लिए बचावकर्मियों ने कैमरे का इस्तेमाल किया था, जिससे उन्हें उसका पैर दिखा गया था। बच्ची को यह एहसास कराने के लिए कि वह अकेली नहीं है, उसके माता-पिता की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी बोरवेल में चलाई गई थी। उन्होंने बताया कि बोरवेल में बच्चे की कोई हरकत नहीं दिखी। वह सिर के बल बोरवेल में गिरी थी।
बता दें, अभी कुछ दिन पहले ही तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले नादुकट्टुपट्टी में अपने घर के पास खेलते समय सुजीत विल्सन 88 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था। 80 घंटे की मश्क्कत के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका था।