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दूसरों के लिए इन लोगों ने पेश की मिसाल: आइसोलेशन के लिए घर में कमरे नहीं होने पर पेड़ पर हुए क्वॉरंटाइन, आप खुद ही देख लें

कोलकाता: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है ऐसे में ये लोग पैदल ही अपने गांवों की तरफ जा रहे हैं। कुछ लोग जो गांव जा रहे हैं उन्होंने खुद को आइसोलेशन में भी रख लिया है और ऐसा ही मामला पश्चिम बंगाल से आया है। राज्य के पुरुलिया में बलरामपुर क्षेत्र के वांगीडी गाँव के कुछ ग्रामीण हाल ही में चेन्नई से लौटे हैं। ऐसे में इनहें डर है कि कई इनमें से कोई एक भी कोरोना संक्रमित निकला तो पूरे समाज के लिए दिक्कत हो जाएगी।

ऐसे में इन ग्रामीणों ने घर में अलग कमरा नहीं होने के चलते पेड़ को ही आशियाना बना लिया है। खुद को घर से 14 दिन अलग करने के लिए इन्होंने बरगद के पेड़ की टहनियों पर अपना घर बना लिया है। गांव के लोग इस तरह के अस्थायी कैंप हाथियों के हमले से बचने के लिए बनाते हैं।

इन लोगों ने गांव लौटने के साथ ही मेडिकल चैक अप भी कराया था और डाक्टर ने इन्हें 14 दिन तक क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी थी जिसका ये पूरा पालन कर रहे हैं। इन ग्रामीणों की पहल वाकई में सराहनीय तो है ही साथ में कनिका कपूर से जैसे उन लोगों के लिए एक उदाहरण भी है जो कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद भी पार्टियों में शिरकत करते रहे। इन लोगों ने चारपाई के साथ जो आशियाना बनाया है उसमें चारों तरफ से मच्छरदानी लगाई है और फिर उसे पेड़ की टहनियों से बांध दिया है।