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HMV में सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

जालंधर (अमन बग्गा): हंसराज महिला महाविद्यालय जालन्धर के परिसर में कालेज प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन जी के प्रोत्साहानात्मक दिशा-निर्देशन अधीन संगीत वादन व गायन, डान्स, बी-डिजाईन, चित्रकला विभागों के सौजन्य से ‘दृश्य एवं प्रदर्शनी कला’ विषय पर सात दिवसीय ‘फैकल्टी डेवलपमेंट’ प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया जिसका आगाका सर्वमंगल भावना सहित ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित कर एवं डी.ए.वी. परम्परा का प्रतीक डी.ए.वी. गान प्रस्तुत कर किया गया।

इस अवसर पर मुख्यातिथि स्वरूप सुप्रसिद्ध समाज सेविका श्रीमती पूर्णिमा बेरी उपस्थित रहीं। प्राचार्या जी एवं डॉ. कंवलदीप (डीन अकैडमिक), डॉ. एकता खोसला (डीन इग्जामिनेशन), डॉ. रमनीता सैनी शारदा (डीन इनोवेशन) ने प्लांटर भेंट कर उनका स्वागत किया। मुख्यातिथि श्रीमती पूर्णिमा बेरी ने अपने वक्तव्य में संस्था की विलक्षणता के प्रति अपने भाव व्यक्त किए एवं कहा कि एच.एम.वी. सदैव नित-नूतन कार्यों की ओर अग्रसर रहता है एवं यह फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम उसी का एक हिस्सा है जो शिक्षकों में नवीनतम गुणों का प्रसार कर उनकी गुणवत्ता में अभिवृद्धि करेगा। इसी अवसर पर उपस्थित मुख्य वक्ता डा. वरिन्दर कौर (रसायन विभाग, जी.एन.डी.यू., अमृतसर) उपस्थित रही। अपने संभाषण में उन्होंने प्राकृतिक रंगों एवं कपड़ों के बारे में जानकारी दी। उन्होने सूती, जूट एवं बम्बू इत्यादि कपड़ों को स्वास्थ्य के साथ जोड़कर भी अनुपम ज्ञान प्रदान किया। रसायन विषय सम्बन्धी अपनी अमूल्य जानकारी को उन्होंने सबके साथ सांझा किया।

कॉलेज प्राचार्या डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन जी ने इस संदर्भ में सर्वप्रथम कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. राखी मेहता एवं सह-संयोजिका डॉ. पूजा मिन्हास को सम्पूर्ण कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई दी एवं कहा कि सात दिन का यह फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एक सााधना की तरह है, जिससे हम शिक्षक असीमित ज्ञान प्राप्त कर अपने ज्ञान में अभिवृद्धि करेंगे। एक बार पुन: छात्र बन हम ग्रहता बनेंगे तथा अपनी शिक्षण पद्धति में और अधिक विलक्षणता लाएंगे। इसी उपलक्ष्य में कार्यक्रम की संयोजिका डा. राखी मेहता ने सभी बुद्धिजीवियों का स्वागत किया एवं बताया कि यह कार्यक्रम हमें अत्यधिक ज्ञान प्रदान करेगा एवं सदैव  आगे बढ़ने तथा ग्रहण करने का संदेश देगा। उन्होने सात दिवसीय इस फैकल्टी डिवैल्पमैन्ट प्रोग्राम की संक्षिप्त जानकारी प्रदान की एवं बताया कि विभिन्न विभागों को विभिन्न उपनामों से अलंकृत किया गया है। संगीत गायन विभाग को हारमनी एवं मैल्डी, बी-डिकााईन को-एैक्सप्रैशन, डान्स को स्टैप्स एवं बीप्स, संगीत वादन को रिद्दम, चित्रकला को-बुश स्ट्रोकस से अभिहित किया गया।

इस उपरान्त के सत्र में प्रो. बी.एस. नारंग सिद्ध संगीत गुरु राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय कलाकार ऑल इंडिया रेडियो तथा दूरदर्शन ने ‘राग एक, अन्दाज अनेक’ विषय पर अपनी प्रस्तुति दी तथा रागों का व्यवहारिक ज्ञान प्रदान किया। इसी उपलक्ष्य में अपने अग्रत्तम सैशन में उन्होने रागों की रचना पर भी विस्तृत जानकारी प्रदान की।

फैकल्टी डिवैलपमैंट प्रोग्राम का प्रथम दिवस सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कोर-कमेटी के सदस्य-डा. एकता खोसला, डा. सन्तोष खन्ना, डा. प्रेम सागर, डा. अंजना भाटिया, डा. नीरू भारती, श्रीमती ऋषभ, डा. अंशुमति, डा. शलिन्दर, श्री आशीष चड्ढा, श्री ऋषभ, सुश्री निशिता, डा. सरबजीत, श्रीमती सरुचि एवं विभाग के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। मंच संचालन डा. अंजना भाटिया ने सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।