नई दिल्ली: निजामुद्दीन मरकज से अब तक कुल 1,548 लोगों को बाहर लाया गया है। इसमें से 441 लोगों में कोरोना के लक्षण सामने आए थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहा कि सभी का परीक्षण किया जा रहा हैं। अब तक कुल 24 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि 1,107 लोगों में कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए है। उन्हें क्वारंटाइन पर भेज दिया गया है।
मामले में एफआईआर दर्ज
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने जमात के प्रबंधक मौलाना साद और तबलीगी जमात के अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा है कि इन सभी के खिलाफ सरकारी निर्देशों के उल्लंघन के आरोप में, महामारी अधिनियम 1897 और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निजामुद्दीन मामले में उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखकर एफआईआर दर्ज करने की अनुमति देने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें, बीते 24 घंटे में इसके 227 नए मामले सामने आए। देश में अभी तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 102 मरीज इस बीमारी को मात देने में कामयाब भी हुए हैं। देश के सभी राज्यों से इसके मरीज सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने इससे बचाव के चलते ही देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है।
तबलीगी जमात और मरकज का मतलब
तबलीगी जमात और मरकज… । तबलीगी का मतलब होता है, अल्लाह के संदेशों का प्रचार करने वाला। जमात मतलब, समूह और मरकज का अर्थ होता है मीटिंग के लिए जगह। यानी की अल्लाह की कही बातों का प्रचार करने वाला समूह। तबलीगी जमात से जुड़े लोग पारंपरिक इस्लाम को मानते हैं और इसी का प्रचार-प्रसार करते हैं। इसका मुख्यालय दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित है। एक दावे के मुताबिक इस जमात के दुनिया भर में 15 करोड़ सदस्य हैं। 20वीं सदी में तबलीगी जमात को इस्लाम का एक बड़ा और अहम आंदोलन माना गया था।