नई दिल्लीः एक तरफ चीन में कोरोना वायरस से करीब 80 लोगों की मौत हो गई है वहीं वायरस के फैलाव को रोकने की आड़ में चीन सरकार ने रणनीतिक फैसला लिया है। चीन सरकार ने तिब्बत में स्थित बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के आधिकारिक आवास पोटाला पैलेस को आज से अनिश्तिकाल तक के लिए बंद कर दिया है। चीन का कहना है कि खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पोटाला महल को बंद किया गया है। पोटाला पैलेस बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र रहा है। चीन सरकार ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि पोटाला पैलेस को कब तक बंद रखा जाएगा।
बता दें कि पोटाला पैलेस तिब्बत में सैलानियों का मुख्य आकर्षण केंद्र है। यहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक हर साल आते हैं। चीन की सरकार ने कहा है कि पोटाला पैलेस को बंद करने का फैसला बड़े पैमाने पर लोगों के मूवमेंट को रोकने के लिए किया गया है, ताकि बीमारी और न फैल सके। चीन ने सभी ट्रेवल एजेंसियों को घरेलू और विदेशी विमानन कंपनियों के टिकट न बेचने को कहा है।
दलाई लामा का महल तकरीबन 13 मंजिल ऊंचा है। इसमें लगभग एक हजार से ज्यादा कमरे हैं। इस महल में लगभग दो लाख मूर्तियां स्थित हैं। तिब्बत-चीन संघर्ष के दौरान इस महल को काफी नुकसान पहुंचा था। 1959 तक ये महल बौद्ध आस्था का प्रमुख केंद्र रहा, बौद्ध यहां साधना और पूजा के लिए आते रहे लेकिन चीन से लड़ाई के दौरान 14 वें दलाई लामा तेनजिन ग्यास्टो भारत आ गए। इसके बाद इस महल पर चीनी शासन का अधिकार है। 1961 में चीन ने इसे राष्ट्रीय महत्व का सांस्कृतिक स्मारक घोषित किया।