जालंधर (अमन बग्गा): कल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है जो 14 अप्रैल तक चलेंगे। बाजार में भी आपको चैत्र नवरात्रि को लेकर खूब रौनक देखने को मिलेगी। नौ दिन तक चलने वाले इस पर्व के लिए मंदिर सज चुके हैं। इस दिन मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत रखने के साथ साथ कलश की स्थापना भी करते हैं और कन्या पूजन के साथ हवन करते हैं। इस बार नवरात्रि में नवमी के दौरान रवि पुष्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है।
इस मंत्र को जपने से हो जाएंगे मालामाल
महाऋषि वेद व्यास जी द्वारा बताया गया मंत्र का नवरात्रियों में मन जप करने से धन का आभाव नही रहेगा, गरीबी दूर हो जाएगी, अर्थ की प्राप्ति हो जाती है……दरिद्रता दूर हो जाती है। तो चलिए बता दें निम्मलिखित मंत्र को पढ़ने से गरीबी दूर हो जाएगी। आपको केवल रोजाना इस मंत्र का एक दो या पांच माला जप करना है…
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमल वासिन्ये स्वाहा”
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
प्रातः 06 बजकर 09 मिनट से 10 बजकर 21 मिनट तक कलश स्थापना का सबसे श्रेष्ठ मुहुर्त है। इसके पीछे कारण यह है कि इस समय द्विस्वभाव मीन लग्न रहेगा। 6 अप्रैल को वैधृति योग है लेकिन प्रतिपदा के कारण अभिजीत मुहुर्त में कलश स्थापना कर लेना उचित है। इस दिन रेवती नक्षत्र है। नवरात्र पूजन का आरंभ मिथुन, न्या, धनु तथा मीन लग्न में ही प्रारम्भ करना उचित है क्योंकि ये द्विस्वभाव राशियां हैं।
कलश स्थापना के लिए सामग्री
इस पूजन में सबसे खास कलश स्थापना के लिए जो सामग्रियों का इस्तेमाल होता है उसमें मिट्टी का कटोरा, जौ, साफ मिट्टी, कलश, रक्षा सूत्र, लौंग इलाइची, रोली और कपूर। आम के पत्ते, पान के पत्ते, साबुत सुपारी, अक्षत, नारियल, फूल, फल शामिल है।