You are currently viewing बॉलीवुड के स्टार धर्मेंद्र का सुनील जाखड़ के नाम मोहब्बत भरा पैगाम, दिल छू लेगा यह अंदाज, जाने क्या लिखा…
Bollywood star Dharmendra's name is Sunil Jakhar's love affair, heart will touch it, guess what is written ...

बॉलीवुड के स्टार धर्मेंद्र का सुनील जाखड़ के नाम मोहब्बत भरा पैगाम, दिल छू लेगा यह अंदाज, जाने क्या लिखा…

गुरदासपुरः बॉलीवुड अभिनेता व हीमैन धर्मेंद्र ने गुरदासपुर से अपने बेटे सनी देयाेल के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़े रहे सुनील जाखड़ नाम बेहद भावुक पैगाम भेजा है। उन्‍हाेेंने शायराना अंदाज में सुनील जाखड़ के लिए ट्वीट किया है। उन्होंने सियासत की वजह से रिश्तों के तार-तार होने के अपने दर्द को बयान किया है।

अपने ट्वीट में धर्मेंद्र ने लिखा है- ‘सगों से रिश्ते… इक जमाने से… तोड़ गई…. पलों में… कमबख्त सियासत ये… बरकरार है.. बरकरार रहेगी… मोहब्बत मेरी… मोहब्बत से… जाखड़ के नाम।’ धमेंद्र के ट्वीट करते ही सैकड़ों लोगों ने इसे री-ट्वीट किया और हजारों की गिनती में लोगों ने इसे लाइक किया। कुछ ने तो इस पर उनके ही अंदाज में जवाब भी दिए। दिलचस्प बात यह है कि धर्मेंद्र ने हर एक को जवाब भी दिया है। धर्मेंद्र जब गुरदासपुर में बेटे सनी देयोल के लिए चुनाव प्रचार के जिए आए थे तो उस समय भी उनका सुनील जाखड़ के लिए प्‍यार उमड़ा था। उन्‍होंने उस समय सुनील जाखड़ को अपने बच्‍चे जैसा बताया था और कहा था कि कि मैं जाखड़ के खिलाफ चुनाव में कुछ नहीं बोलूंगा।

काबिले गौर है कि धर्मेंद्र की जाखड़ परिवार से पुरानी दोस्ती है। बता दें कि अपने जमाने के दिग्‍गज कांग्रेस नेता बलराम जाखड़ व अभिनेता धर्मेंद्र की बहुत मधुर संबंध रहे हैं। वे एक-दूसरे को भाई मानते थे और कई बार इस रिश्‍ते की गहराई दिखी थी। बलराम जाखड़ जब सीकर से चुनाव लड़े तो धर्मेंद्र उनके पक्ष में प्रचार करने के लिए गए। यहां तक कि जब भाजपा ने उन्हें अगले चुनाव में सीकर से खड़े होने के लिए कहा, तो उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि बलराम जाखड़ मेरे बड़े भाई हैं। मैं उनके सामने चुनाव नहीं लड़ सकता। इसके बाद भाजपा ने धर्मेंद्र को सीकर की बजाय बीकानेर से चुनाव मैदान में उतारा था और वह चुनाव जीत गए। गुरदासपुर में अपने प्रचार अभियान के दौरान भी धर्मेंद्र ने कहा था कि अगर उन्हें इस बात का पहले पता होता कि गुरदासपुर में उनके बड़े भाई का बेटा सुनील चुनाव लड़ रहा है, तो वह सनी को यहां से चुनाव लड़ने के लिए कभी न कहते। अपने टवीट में धमेंद्र ने कहा कि सियासत रिश्तों को तबाह कर देती है, लेकिन मेरा स्नेह सुनील जाखड़ के साथ हमेशा बना रहेगा।

बता दें कि धर्मेंद्र निजी संबंधों और दोस्‍ती को अहमियत देने वाले व्‍यक्ति माने जाते हैं। सनी के चुनाव प्रचार के दोरार धर्मेंद्र ने कहा था, ‘मैंने बीकानेर में पांच साल में वह काम करके दिखाए जो पहले 50 साल में नहीं हुए थे। बीकानेर से चुनाव लड़ने से पहले भाजपा ने पटियाला से चुनाव लड़ने की पेशकश की थी, लेकिन मैंने देखा कि उस सीट पर कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्‍नी परनीत कौर चुनाव लड़ रही हैं। वह उनका बहुत सम्मान करते हैं और परनीत कौर उनकी बहन की तरह है। इसलिए मैंने वहां से चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया।’ धर्मेंद्र ने आगे कहा कि उन्हें लुधियाना से भी चुनाव लड़ने के लिए कहा गया, लेकिन वहां से चुनाव मैदान में उतरे ढिल्लों ने कहा कि वह भाई बनकर यहां से चुनाव न लड़े। इसके बाद उन्होंने पंजाब से चुनाव लड़ने का ख्याल ही छोड़ दिया। धर्मेंद्र ने अपनी एक पुरानी तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि फिल्मों में जाने से पहले वह मालेरकोटला में काम करते थे। मालेरकोटला के मोहम्मद्दीन, उनकी पत्‍नी फातिमा और बच्चों का उनके साथ बहुत प्यार और लगाव था। परिवार की इच्छा थी कि वह जिंदगी में एक बार हज की यात्रा जरूर करें। जब मैं फिल्म अभिनेता बना तो मैंने उनके इस सपने को पूरा किया था। मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे यह मौका बख्शा।