नई दिल्लीः संसद में हाल ही में पास हुए कृषि से जुड़े तीन विधेयकों का विरोध अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है। कृषि बिलों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज यानी शुक्रवार (25 सितंबर) को भारत बंद बुलाया है। किसानों के इस भारत बंद में पंजाब, हरियाणा, यूपी, महाराष्ट्र समेत देश के अन्य राज्यों के किसान शामिल हो रहे हैं। भारत बंद के लिए 31 किसान संगठनों ने हाथ मिलाया है। इतना ही नहीं, इस भारत बंद को कांग्रेस, अकाली दल समेत कई विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत कई संगठनों ने कहा है कि उन्होंने विधेयकों के खिलाफ कुछ किसान संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है।
वहीं, पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष समिति का रेल रोको अभियान जारी है। किसान पूरी रात रेलवे ट्रैक पर ही डटे रहे और कृषि बिल का विरोध करते रहे। किसानों का कहना है कि हम 26 सितंबर तक रेल रोको अभियान चलाएंगे, उसके बाद भी अगर सरकार बिल वापस नहीं लेती है तो हम आगे की रणनीति बनाएंगे।
कैप्टन की किसानों से अपील
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून एवं व्यवस्था एवं कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है। पंजाब में किसान ‘रेल रोको’ आंदोलन चला रहे हैं। यहां किसान आज ‘भारत बंद’ में भी हिस्सा ले रहे हैं।
13 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव
किसानों के प्रदर्शन एवं ‘भारत बंद’ को देखते हुए सरकार ने एहतियाती कदम उठाए हैं। प्रदर्शन को देखते हुए 13 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया है। अंबाला रेलवे स्टेशन के निदेशक बीएस गिल ने कहा कि हम पंजाब में ट्रेनों के आवगमन से बच रहे हैं।