– पंजाब क्रिश्चियन मूवमेंट के सदस्यों ने पुलिस को दिया 15 दिनों का समय
– FIR न होने पर बड़े स्तर पर होगा रोष प्रदर्शन
जालंधरः बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर हुए सेक्सुअल हरासमेंट केस का मामला अभी पूरी तरह निपटा नहीं है कि ईसाई धर्म के एक अन्य खैवनहार खांबड़ा चर्च के ईसाई संदेशवाहक धार्मिक नेता अंकुर नरूला पास्टर इन दिनों विभिन्न चर्चाओं में हैं। स्थानीय सर्किट हाउस में अंकुर नरूला के खिलाफ पंजाब क्रिश्चियन मूवमेंट के 50 से अधिक सदस्यों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जमकर खिलाफत की और इसाई धर्म के अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप अंकुर नरूला पर लगाते हुए उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। पत्रकारों से बात करते हुए इस मौके पर पंजाब क्रिश्चियन मूवमेंट सुरानुस्सी के बैनर तले एकत्रित हुए लगभग 25 से ज्यादा सदस्यों ने अंकुर नरूला पर आरोप लगाते हुए कहा कि पवित्र बाइबल का केक काटना खुलेआम पवित्र बाइबल की बेअदबी है। मूवमेंट के यह मुख्य सदस्य ना केवल जालंधर बल्कि समूचे पंजाब का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए प्रधान हमीद मसीह ने बताया कि नरूला ने उक्त दुखदाई कार्रवाई अपने स्पिरिचुअल जन्मदिन के अवसर पर की। इस अवसर पर उस समय अंकुर नरूला के नजदीकियों के अलावा उनकी पत्नी और बच्चे सबसे नजदीक थे। आक्रोश के बारे क्रिश्चियन मूवमेंट के सदस्यों ने चेतावनी के लहजे में कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर जिला पुलिस ने इस मामले में पर्चा दर्ज नहीं किया तो जालंधर में बड़े स्तर पर रोष प्रदर्शन किया जाएगा और उसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
मामले के प्रति रोष प्रकट करते हुए कांफ्रेंस के दौरान बताया कि इस मामले को घटे एक माह से ऊपर हो गया है लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा खांबड़ा डेरे से संबंधित कुछ शरारती समर्थक सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान देकर पंजाब के माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और जिला प्रशासन लगातार आश्वासन देकर समय निकाल रहा है जिसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।