पटियालाः चुनाव आयोग ने 19 मई को वोटिंग वाले दिन छोटे बच्चों के साथ वोट देने आने वाली महिलाओं की मुश्किलों को हल करने के लिए जिला प्रोग्राम अफसरों को चिट्ठी लिख पोलिंग बूथों पर मिनी क्रैच बनाने के आदेश दिये हैं।
जी हां, चुनाव आयोग ने सूबे के सभी जिला चुनाव अधिकारियों कम डिप्टी कमिश्नरों को चिट्ठी लिखकर 19 मई को वोटिंग वाले दिन सभी पोलिंग बूथों पर आंगनबाड़ी वर्करों की ड्यूटी लगाने के आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों में साफ किया गया है कि पोलिंग बूथ पर कोई छोटे बच्चे वाली महिला वोट डालने आती है तो आंगनबाड़ी वर्कर न सिर्फ उस बच्चे को संभालेंगी, बल्कि उस बच्चे का मन बहलाने के लिए पोलिंग बूथ पर मिनी क्रैच में उसे खिलाएंगी भी।
जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो यह सुनिश्चत करें कि हर पोलिंग बूथ पर मिनी क्रैच बनाया जाए, जिसमें ये बच्चे आराम से खेल कूद सकें। सभी आंगनबाड़ी वर्करों को 19 मई को वोटिंग वाले दिन सुबह 7 बजे संबंधित बूथों पर पहुंच जाने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि पंजाब में 26 हजार 666 आंगनबाड़ी सेंटरों में 53 हजार आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर काम कर रही हैं। चुनाव आयोग ने हर पोलिंग बूथ पर मिनी क्रैच बनाने के निर्देश तो जारी कर दिए हैं, लेकिन इसमें कुछ दिक्कतें भी हैं। आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन की प्रधान अमृतपाल कौर के मुताबिक क्रैच की सबसे पहली जरूरी गेम्ज (खिलौने) होती है ताकि छोटे बच्चों को बहलाया जा सके, लेकिन उनके पास खिलौनों का कोई स्टॉक ही नहीं है। इसके अलावा टेंपरेरी तौर पर बनाए जा रहे क्रैच में पंखा, पानी, बिजली का भी कोई अता पता नहीं है। बच्चों को बिठाने के लिए गद्दे कहां से मिलेंगे, जानकारी नहीं दी गई है। बच्चों के लिए खाने पीने का आंगनबाड़ी का सामान है, लेकिन ये बच्चों को देना है या नहीं, सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है।