जालंधर (अमन बग्गा): दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एवं समुह अमन नगर निवासीयों के सहयोग से डॉ. बीडी शर्मा की कलीनिक के नजदीक विश्वकर्मा मंदिर में तीन दिवसीय श्री हरि कथा का आयोजन किया गया। जिसके तीसरे और अंतिम दिवस में सर्व श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या महामनस्विनी साध्वी पंकजा भारती ने मीरा प्रसंग का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि मनुष्य की निर्मात्री नारी ही है। यदि मनुष्य जाति उन्नति चाहती है तो पहले नारी को शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक, आर्थिक सभी दृष्टियों से महत्वपूर्ण और सुविकसित बनाना होगा। तभी मनुष्यों में सबलता, सक्षमता, सद्बुद्धि, सदगुण और महानता के संस्कारों का उदय हो सकता है। नारी को पिछड़ा हुआ रखना अपने पैरों में आप कुल्हाड़ी मारना है।
साध्वी जी ने बताया कि भारत देश में नारी ने हमेशा ही प्रथम स्थान प्राप्त किया है। बल, ज्ञान साध्वी रजनी भारती जी, सुखदीप भारती जी, आरती भारती जी ने मधुर भजनों का गायन किया और विजय की देवी में केवल नारी को ही देवियों के रूप में माना गया है। आदिकाल से ही हमारे देश में नारी पूजा होती आ रही है, यहां अर्धनारीश्वर का आदर्श रहा है अर्थात पुरष का आधा हिस्सा नारी है क्योंकि अकेला पुरूष समाज को नहीं चला सकता। इसीलिए नारी का होना अति जरूरी है।
साध्वी जी ने महिलाओं का संबोधित करते हुए कहा कि आज प्रत्येक नारी को जागरूक होना पड़ेगा। उसे भीतर छिपी हुई प्रतिभाओं से अवगत होना पड़ेगा। एक नारी चाहे तो बहुत कुछ कर सकती हैं। वह अपने ऊपर होने वाले अत्याचारों का सामना स्वंय कर सकती है। बस आज ज़रूरत है नारी सशक्तिकरण की।
इस मौके पर महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। जो महिलाएं आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर नहीं है उन्हें अपने पति से भरण पोषण का खर्च प्राप्त करने का अधिकार है। साध्वी रजनी भारती जी ,सुखदीप भारती जी , आरती भारती जी ने मधुर भजनों का गायन किया। कथा के अंत में स्वामी सदानंद जी मेंयर जगदीश राज राजा, अवतार हैनरी कैबिनिट मंत्री पंजाब ,कोंसलर दीपक शारदा, के डी भंडारी पुर्व एम एल ए, रामेश शर्मा एकस प्रधान, अजय जोशी, रवि सैनी ,विकी कालिया ,माईक खोसला, सुधीर कपुर, जीएस भुल्लर, शाम लाल, यशपाल राणा ने ज्योति प्रज्वलित की और प्रभु की पावन आरती भी की। डॉ. बी डी शर्मा के साथ सुभाष और पुरी अमन नगर टीम ने सब का धन्यवाद किया।