जालंधर: जालंधर समेत पंजाब के कई इलाको में भारी बारिश हुई जिससे मौसम में बदलाव हुआ और लोगों की गर्मी से राहत मिली है। इस बारिश के चलते मौसम सुहावना हो गया है। वहीं बारिश के बाद शाम को आसमान में इंद्रधनुष देखने को मिला जिसे कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। लेकिन क्या आप जानते है कि आखिर इंद्रधनुष बनता कैसे है? अगर आपका जवाब न है तो चलिए फटाफट जानते है…
दरअसल, इंद्रधनुष प्रकृति का प्रिज्म हैं। असल में सूर्य का प्रकाश हमें सफेद सा दिखाई पड़ता है। लेकिन यह सात अलग-अलग रंगों से मिलकर बना होता है। प्रिज्म के जरिए इसका पता भी चलता है। इंद्रधनुष असल में प्रकृति का प्रिज्म है। बारिश या भाप के धूप के संपर्क में आने पर पानी की छोटी-छोटी बूंदे पारदर्शी प्रिज्म का काम करती हैं। सूर्य का प्रकाश उनसे गुजरते हुए सात अलग अलग रंगों में टूट जाता है और हमें इंद्रधनुष दिखाई पड़ता है।
इंद्रधनुष में बैंगनी, नीला, आसमानी, हरा, पीला, नारंगी और लाल रंग दिखाई पड़ता है। यही सात रंग साथ मिलकर सफेद प्रकाश बनाते हैं। लेकिन रास्ते में प्रिज्म या बूंदों के आते ही सातों रंग अलग अलग दिखाई पड़ते हैं। बारिश की रिमझिम बूंदों के बीच अगर धूप भी हो तो सूर्य की तरफ मुंह कर लीजिए, कहीं न कहीं आपको इंद्रधनुष दिखाई पड़ेगा।