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एडवोकेट लिटरेरी फॉर्म जालंधर मनाएगा भगवत गीता जयंती

जालंधरः आठ दिसंबर को भगवत गीता जयंती के शुभ अवसर पर एडवोकेट लिटरेरी फॉर्म अपने वकील साथियों और सदस्यों के साथ मिलकर भगवत गीता जयंती पर विशेष सैमिनार का आयोजन करेगा। इस दौरान भगवत गीता की किताबें व्याख्या सहित वितरित की जाएंगी। इस इंवेट को सफल बनाने में गुरचरन सिंह तारा (प्रोजेक्ट डायरेक्टर), एडवोकेट सुतीक्ष्ण समरोल, पुरषोत्तम सिंह कपूर अपना योगदान देंगे। इसके अलावा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आदित्य जैन करेंगे और जिला बार एसोसिएशन के सिनियर वाइस प्रेसिडेंट सरदार अमरिंदर सिंह थिंड इसके कोर्डिनेटर होंगे। ये जानकारी एडवोकेट लिटरेरी फॉर्म के कन्वीनर नवजोत सिंह ने दी।

गीता जयंती का महत्व
भगवान श्री कृष्ण ने जिस दिन अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था, उसे गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है यानी श्रीमद् भगवद गीता के जन्मदिन के तौर पर इस दिन को देखा जाता है। यह शुक्ल एकादशी के दिन मनाई जाती है और इस दिन विधिपूर्वक पूजन व उपवास करने पर हर तरह के मोह से मोक्ष मिलता है। यही वजह है कि इसका नाम मोक्षदा भी रखा गया है।

गीता जयंती का मूल उद्देश्य यही है कि गीता के संदेश का हम अपनी ज़िंदगी में किस तरह से पालन करें और आगे बढ़ें। गीता का ज्ञान हमें धैर्य, दुख, लोभ व अज्ञानता से बाहर निकालने की प्रेरणा देता है। गीता मात्र एक ग्रंथ नहीं है, बल्कि वह अपने आप में एक संपूर्ण जीवन है। इसमें पुरुषार्थ व कर्तव्य के पालन की सीख है।