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दिल्ली में कई कब्रें व मस्जिदें अदालतें कर चुकी है अवैध घोषित? फिर क्यों नही चलाई गई डिच मुस्लिमों को खुश करने में व्यस्त केजरीवाल का निशाना हिन्दू व हिन्दू मन्दिर क्यों? करोड़ों हिन्दुओं के आराध्य भगवान रविदास जी के सम्मान में जालंधर में विश्व हिंदू परिषद व कई हिन्दू नेता मैदान में

 

जालंधर : दिल्ली में कई कब्रें व मस्जिदें अदालतें अवैध घोषित कर चुकी है मगर केजरीवाल सरकार खामोश। मामला हिन्दुओं से जुड़ा नही है तो डिच नही चलेगी।
लेकिन मुस्लिमों को खुश करने में व्यस्त केजरीवाल का निशाना लगता है हिन्दू व हिन्दू मन्दिर है।

दिल्ली के तुगलकाबाद में हिन्दुओ के आराध्य भगवान श्री गुरु रविदास जी के भव्य मंदिर को तोड़कर दिल्ली सरकार ने जो साहस किया है वह असभ्य है। दिल्ली सरकार ने न्यायालय के निर्णय की आड़ में दशकों पुराने रविदास समाज के पुण्य तीर्थ स्थली को तो गिरा दिया किंतु दिल्ली की ही अनेक अदालतों द्वारा जारी आदेशों की अनुपालना में कई मजारें व मस्जिदों को जिन्हें अवैध पाया गया था उन्हें हाथ लगाने की हिम्मत क्यों नही हुई। आखिर हिन्दुओं के साथ ही ऐसा क्यों किया जा रहा है। इस दुखद घटना से रविदास समाज ही नही बल्कि करोड़ो हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है।

इसी सम्बंध में विश्व हिंदू परिषद व सन्त समाज की तरफ से हिन्दू नेता योगेश धीर के नेतृत्व में कई धार्मिक समाजिक व राजनीतिक संगठनों के नेताओं ने जालंधर के डिप्टी कमिश्नर को माननीय राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा।

इस मौके उन्होंने आग्रह किया कि भगवान रविदास के मंदिर का पुनः निर्माण कर समस्त रविदास समाज के सम्मान की बहाली की जाए। और दिल्ली सरकार को तुरन्त आदेश जारी की जाए कि जल्द से जल्द भगवान रविदास जी के मंदिर का निर्माण शीघ्र शुरू करवाया जाये ताकि हिन्दुओं की आस्था की रक्षा हो सकें।

इस मौके योगेश धीर, रमन पब्बी,अमरजीत अमरी,विजय गुलाटी, सुशील सैनी, एडवोकेट सुतीक्षण समरोल, कर्ण चौहान, इंद्रदेव शर्मा, सतीश चौहान, इंदरजीत झा, विशाल वर्मा, राजीव, विनोद शर्मा, दीवान अमित अरोड़ा, सन्नी शर्मा, आनंद लाल, रोहित शर्मा, धनजय आदि धर्म रक्षक मौजूद थे।