You are currently viewing कोहली व शास्त्री ने श्रीलंका के खिलाफ कर दी एक ‘बड़ी चूक’, 9 जुलाई को सेमीफाइनल में भुगतना होगा नुकसान

कोहली व शास्त्री ने श्रीलंका के खिलाफ कर दी एक ‘बड़ी चूक’, 9 जुलाई को सेमीफाइनल में भुगतना होगा नुकसान

नई दिल्ली : वर्ल्ड कप 2019 के 44वें लीग मैच में श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया ने एक बड़ी चूक कर दी। क्या भारतीय टीम को इस चूक का खामियाजा भुगतना पड़ेगा? विश्व कप में चार सेमीफाइनलिस्ट तय हैं अगर इन सभी टीमों की गेंदबाजी का विश्लेषण किया जाए तो टीम इंडिया ही एक मात्र ऐसी टीम है जिसकी एक कमजोरी को विपक्षी टीम ने हर मैच में टारगेट बनाया, वो इंग्लैंड हो या अफगानिस्तान सभी टीमों ने भारत की इस कमजोरी का फायदा उठाया है और यह वीकनेस सेमीफाइनल जैसे नॉक-आउट मैचों में भारी पड़ सकता है। जानिए क्या है यह कमजोरी जिस पर हर्षा भोगले जैसे दिग्गज क्रिकेट एक्सपर्ट ने भी सवाल उठा दिया है।

विराट और शास्त्री से हुई चूक

विराट कोहली और शास्त्री की जोड़ी से विश्व कप के पहले मैच से एक बड़ी चूक हो रही है। यह चूक है भारतीय टीम का 5 गेंदबाजों के साथ विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलना। इस बड़ी चूक का जिस टीम ने सबसे अधिक फायदा उठाया वो थी इंग्लैंड। उन्होंने पहली गेंद से चहल और कुलदीप पर प्रहार किया और 338 रनों का लक्ष्य खड़ा कर दिया। मौजूदा विश्व कप में भारतीय टीम के बल्लेबाजों से अधिक मैच गेंदबाजों ने जिताए हैं। शमी और बुमराह की गेंदबाजी ने अफगनिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ भारत को जीत दिलाई लेकिन क्या इन्हें बाकी गेंदबाजों से उतना साथ मिला।

क्या भारी पड़ेगी यह थ्योरी ?

श्रीलंका के खिलाफ मैच में टीम की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर क्रिकेट विश्लेषक और प्रशंसक अपनी राय दे रहे हैं कि आखिर सेमीफाइनल जैसे बड़े मुकाबले में क्या भारतीय टीम फाइव बॉलर्स की थ्योरी से खेलेगी तो छठा विकल्प कौन होगा। भुवनेश्वर के चोटिल होने के बाद शमी को टीम में जगह मिली लेकिन श्रीलंका के खिलाफ उन्हें आराम क्यों दिया गया। अगर भारतीय टीम को सेमीफाइनल जैसे मुकाबले में इंग्लैंड का सामना करना पड़ा तो ऐसी स्थिति में छठे गेंदबाज की भूमिका अहम होगी। क्या ऐसी स्थिति में जडेजा को विकल्प के तौर पर नहीं आजमाए जा सकते हैं। जडेजा किसी भी मैदान पर बेहतर इकॉनमी से गेंदबाजी में माहिर हैं और आउट ऑफ फॉर्म केदार जाधव से बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। भुनेश्वर के लिए जिस तरह आज के मैच में खराब दिन गुजरा वैसे ही चहल की इंग्लैंड ने धुनाई कर दी थी, ऐसी स्थिति में विराट विकल्पहीन दिखने लगते हैं। जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ मैच में 10 ओवर की गेंदबाजी में 40 रन दिए और एक विकेट झटके। जडेजा न सिर्फ किफायती गेंदबाज हैं बल्कि टीम में एक शानदार फील्डर की भी भूमिका निभाते हैं।

हर्षा भोगले ने उठाया सवाल

भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ चहल और शमी को आराम देने का फैसला किया। अगर भारतीय टीम आज के मुकाबले में तीन तेज गेंदबाज शमी, बुमराह, भुवनेश्वर के साथ खेलते तो छठे गेंदबाज के विकल्प की सही परीक्षा हो सकती थी। क्रिकेट एक्सपर्ट हर्षा भोगले ने भी इस कॉम्बिनेशन पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि “भारतीय टीम ने आज भी 5 गेंदबाजों के साथ खेलना ही मुनासिब समझा, हो सकता है यह आज काम कर जाए लेकिन क्या अगले मैच में इसी तरह की टीम देखने को मिलेगी ? यह सेमीफाइनल जैसे गेम में बहुत बड़ा रिस्क हो सकता है।”

जाधव को नहीं मिलेगी जगह

सेमीफाइनल में पहुंची सभी टीमों के पास 5 रेगुलर और एक ऑप्शनल गेंदबाज हैं लेकिन विराट के लिए यह एक समस्या बनी हुई है। अगर कुलदीप, चहल या पांड्या में किसी एक के लिए भी सेमीफाइनल में दिन खराब हुआ या किसी एक गेंदबाज को खेलते हुए चोट लग गई तो विकल्प न होने की स्थिति में विराट का सिरदर्द बढ़ सकता है। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टीव स्मिथ और एरॉन फिंच गेंदबाजी कर लेते हैं वहीं इंग्लैंड के लिए जो रुट ऑफ स्पिनर की भूमिका निभाते हैं और अहम मौकों पर विकेट भी निकाला है। केदार जाधव के फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम में शायद ही जगह मिले। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम मैनजेमेंट श्रीलंका के खिलाफ मैच में जडेजा के प्रदर्शन के बाद क्या फैसला लेती है।