जालंधर ज़िले में शुक्रवार को सबसे ज़्यादा 430 कोविड प्रभावित मरीज़ों को इलाज उपरांत तंदरुस्त होने पर छुट्टी दी गई, जिसके चलते अब तक जालंधर में 6062 मरीज़ तंदरूस्त हो चुके हैं।
जिन 430 मरीज़ों को आज इलाज उपरांत छुट्टी दी गई, उन में सिविल अस्पताल से 14, कोविड केयर सैंटर से 6 और अलग-अलग सेहत संस्थानों से 21 मरीज़ों के अलावा 389 मरीज़ों का घर में सफलतापूर्वक एकांतवास का समय पूरा करना शामिल हैं।
छुट्टी मिलने पर सिविल अस्पताल और कोविड केयर सैंटर से बाहर आते मरीज़ों की तरफ से डाक्टरों और मैडीकल स्टाफ का धन्यवाद किया गया, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी खतरे में डाल कर उनकी अच्छी तरह देखभाल की।
सेहत विभाग के अधिकारियों व मुलाजिमों की कारगुज़ारी की प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमिशनर जालंधर श्री घनश्याम थोरी ने बताया कि ज़िला प्रशासन की तरफ से कोविड-19 महामारी के साथ प्रभावशाली ढंग के साथ निपटने के लिए बहुपक्षीय नीति को अपनाया गया है,
जिसमें टैस्ट करना, कोविड प्रभावित के संपर्क में आए लोगों की पहचान करना और सुचारु ढंग के साथ इलाज मुहैया करवाना, घरों में एकांतवास किये लोगों की निगरानी की तरफ विशेष ध्यान देने के अलावा लगातार सेहत बुनियादी ढांचे में सुधार लाना शामिल है।
उन्होंने ज़िला निवासियों से अपील की कि कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डाक्टर के साथ संपर्क किया जाये। उन्होंने कहा कि लोगों की कीमती जानें बचाने की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
श्री थोरी ने बताया कि मास्क पहनने साथ कोविड-19 महामारी से प्रभावित होने के खतरे को कम किया जा सकता है। उन लोगों को महामारी को फैलने से रोकने के लिए घर से बाहर जाते समय मास्क पहनने की अपील की है।