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अंबाला में 25 अनाथ बच्चों को बनाया गया ईसाई,नाम के साथ जोड़ा गया ‘मसीह’ शब्द, धर्मपरिवर्तन का बड़ा भंडाफोड़, मर्सी होम संचालक डॉ. फिलीप लाल मसीह काबू, बच्चे पंचकूला और यमुनानगर के शेल्टर होम शिफ्ट

अंबाला : अनाथ बच्चों के लिए बनाए गए मर्सी होम अंबाला से 25 बच्चों का रेस्क्यू किया गया। आरोप है कि बच्चों का धर्म परिवर्तन कराकर नाम के साथ मसीह जोड़ दिया गया था। ऐसी ही कई अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी बलजीत कौर के नेतृत्व में टीम ने 25 बच्चों को रेसक्यू किया। कलरहेड़ी स्थित मर्सी होम में पुलिस, डीसीपीओ और सीडब्ल्यूसी की संयुक्त टीम ने यहां से बच्चों को रेसक्यू कराया।

मर्सी होम के संचालकों ने इसका विरोध जताया, मगर पुलिस के आगे उनकी नहीं चली। इसी बीच अधिकारी बलजीत कौर ने बताया कि जांच के दौरान कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिनसे पता चला है कि बच्चों का धर्म परिवर्तन किया गया है। आरोप है कि बच्चों के नाम के आगे ‘मसीह’ शब्द जोड़ा गया। इतना ही नहीं उन्होंने संचालकों पर बच्चों का ब्रेन वॉश करने के भी आरोप लगाए, क्योंकि बच्चे टीम का विरोध जता रहे थे और एक छोटी बच्ची ने तो चाकू से एक पुलिस कर्मी पर वार करने की भी कोशिश की।

 

कैंट सिविल अस्पताल में शाम को तीन से 16 आयु वर्ग की 13 बच्चियां व चार से 17 आयु वर्ग के 12 लड़कों का मेडिकल कराकर उन्हें पंचकूला और यमुनानगर के शेल्टर होम में भेजा गया है। उधर, मर्सी होम संचालक डॉ. फिलीप लाल मसीह को पुलिस ने काबू किया है

उन्होंने कहा कि वह कई वर्षों से मर्सी होम का संचालन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व में भी सीडब्ल्यूसी टीम मर्सी होम से 9 बच्चों को रेसक्यू करके ले गई थी, इसके बारे में ज्ञापन गत दिनों डीसी को दिया गया और इसी के विरोध में अब यह कार्रवाई उनके खिलाफ की गई है।

जेजे एक्ट की उल्लंघना का आरोप  

जिला महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी बलजीत कौर ने कहा कि मर्सी होम में जेजे एक्ट की उल्लंघना की जा रही थी। यह बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था और यहां लड़के व लड़कियों को एक साथ रखा जा रहा था। नये आने वाले किसी भी बच्चे की जानकारी सीडब्ल्यूसी (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) को नहीं दी जा रही थी। 18 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को भी रखा जा रहा था, बच्चों का ब्रेन वॉश किया जा रहा था, उन्हें अलग-अलग स्थानों पर अधिकारियों को ज्ञापन देने तक ले जाया गया। अधिकारियों ने बताया कि कई बच्चे यहां ऐसे रखे गए हैं जिनके माता-पिता हैं।

कार्रवाई के लिए मौके पर गई टीम ने भी नियमों की धज्जियां उड़ाईं। मर्सी होम से बच्चों को रेसक्यू करने के लिए वर्दी में पुलिस टीम गई और बच्चों को कैदियों की तरह पुलिस वैन में लाया गया। इससे बच्चे घबरा गए और जोर-जोर से रोने लगे। कई बच्चे मर्सी होम छोड़ना नहीं चाहते थे और वहीं रहने की जिद कर रहे थे।

मामले में डीसी ने एडीसी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया था, जिसमें विभिन्न विभाग शामिल थे। जांच में मर्सी होम में कई अनियमितताएं मिली हैं। यहां पर बच्चों का धर्म परिवर्तन करने संबंधी रिकॉर्ड भी मिला है, जोकि कब्जे में लिया गया है। सभी बच्चों के नाम के आगे ‘मसीह’ शब्द लगाया गया है। अनियमितताओं के चलते मर्सी होम का रजिस्ट्रेशन रिन्यू नहीं किया गया है और यहां से बच्चों को रेसक्यू कर पंचकूला व यमुनानगर स्थित शेल्टर होम में ले जाया जा रहा है।
– बलजीत कौर, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, अंबाला

(कंटेंट-अमरउजाला)